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1. बाज़ीचा-ए-अत्फाल है दुनिया मेरे आगे
होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा मेरे आगे
[ बाज़ीचा = play/sport, अत्फाल = children ]
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ज़ुल्मत कदी में मेरी शब-ए-ग़म का जोश है
इक शम्मा है दलील-ए-सहर, सो ख़ामोश है
शब्दावली:
ज़ुल्मत=अंधेरा; दलील=सबूत; सहर=सुबह
दाग़-ए-फ़िराक़-ए-सोहबत-ए-शब की जली हुई
इक शम्मा रह गई है सो वो भी ख़ामोश है
शब्दावली:
फ़िराक़=जुदाई; सोहबत=साथ; शब=रात; शम्मा=दिया
आते हैं ग़ैब से ये मज़ामीं ख़याल में
ग़ालिब सरीर-ए-ख़ामा नवा-ए-सरोश है
शब्दावली:
ग़ालिब=छुपा हुआ/रहस्यमय; मज़ामीं=विषय; सरीर=कलम के घिसने की आवाज; ख़ामा=कलम; नवा=आवाज; सरोश=फरिश्ता/देवता
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